Sunday, May 16, 2010


निठारी का दूसरा इन्साफ- कोली को दोबारा फांसी

निठारी के आरती हत्या कांड का फैसला आ गया है। इस मामले में अभियुक्त सुरेंद्र कोली को कोर्ट फांसी की सजा सुनाई है। यह सजा सीबीआई की कोर्ट ने बुधवरा को कोली के खिलाफ यह सजा मुर्रर की। कोर्ट ने अपने फैसले में कहा कि ऐसे अपराध के लिये फांसी की सजा भी कम है। कोर्ट ने 4 मई को कोली को दोषी करार दिया था।

इससे पहले रिंपा हलदर केस में भी कोर्ट ने कोली को फांसी की सजा सुना चुकी है। कोर्ट के इस फैसले से यकीनन आरती के परिवार वालों के जख्मों पर थोडा मरहम तो जरूर रखा होगा मगर उनका कहना है कि असली मुजरिम तो मोनेंदर सिंह पंधेर है जिसे पुलिस और सीबीआई दोंनों ही बचाने की कोशिश कर रहे हैं। 4 मई को आरती के पिता दुर्गा प्रसाद ने कहा था कि वे पंधेर को सजा दिलवाने के लिये सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा भी खटखटा सकते हैं।

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