Monday, May 3, 2010


मधुरी गुप्ता...केस में नया twist


आज सुबह जब मैने अखबार खोला तो बडा ही आष्र्चय हुआ और साथ ही साथ यह भी एहसास भी हुआ कि अभी माधुरी गुप्ता प्रकरण में काफी दम है। यह मामला इतनी जलदी थमने वाला नहीं है। ये प्रकरण अभी बहुत से राज खोलने वाला है।कल ही मैंने लिखा था कि मुझे बडा ही अचंभा हुआ जब मैंने माधुरी को सातवें पेज पर पाया। मैंने सोचा था कि चलो ये खबर धीरे धीरे पुरानी हो रही है पर ये इतनी भी पुरानी नहीं हुई थी कि उसे पहले पन्ने से सातवें पन्ने पर पटक दिया जायैंआज खबर आई है पुलिस की माधुरी को और दो दिन रीमांड पर रखने की अरजी को खारिज कर दिया गया है। दरअसल 23 अप्रैल को माधुरी को उनके दिल्ली आवास से गिरफतार किया गया था। उस उनके पास से दो सेल फोन और सात अहम दस्तावेज बरामद किये गये थे। उस वक्त उन्हें आठ दिनों कि न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया था। उन्हें तिहार जेल की जेल नं0 6 के सेल में रखा गया था। आठ दिनों कि न्यायिक हिरासत के बाद उन्हें तीस हजारी स्थित चीफ मेट्रोपालिटेन मैजिस्ट्रेट कावेरी बावेजा के सामने पेष किया गया। सुनवाई जज के चेम्बर में हुई। सुनवाई के दौरान माधुरी ने कहा कि वे बकसूर हैं और उन्हें इस मामले में फसाया जा रहा है। पुलिस ने ये कह कर दो दिन कि न्यायिक हिरासत की मांग थी कि उसके पास माधुरी के खिलाफ कुछ और साक्ष्य हैं जो कि पाकिस्तान से लाये गये हैं। माधूरी के वकील ने कहा कि वे बेगुना है और उन्हें फसाया जा रहा है। चुंकि सुनवाई के दौरान पुलिस अपना पक्ष सही तरीके नहीं रख पाई इस लिये दा दिन कि न्यायिक हिरासत की मांग को कावेरी बावेजा की पीठ ने सिरे से खारिज कर दिया।

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